I Awaken Before Dawn

Author
Helen Moore
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Image of the Weekमैं भोर से पहले उठ जाती हूँ
-- हेलेन मूर (२४ नवंबर, २०१५)

मैं भोर होने से पहले उठ जाती हूँ, रसोई में जाती हूँ और एक कप चाय बनाती हूँ।
मैं मोमबत्ती जलाती हूँ और उसकी रोशनी में ध्यान करने के लिए गद्दी पर बैठ जाती हूँ।
कप को अपने दोनों हाथों में लेकर, उसे अपने भगवान की ओर उठा कर धन्यवाद देती हूँ।
हथेलियों में उस कप का अहसास मुझे उसे बनाने वाले कुम्हार की याद दिलाता है
और मैं उसके हाथों के लिए दुआ मांगती हूँ।

मैं उस मिट्टी, उस चमकीले रंग और उस भट्ठे को धन्यवाद देती हूँ।
मैं एक घूंट भरती हूँ और शरीर में उसके उतरने की गर्मी पर ध्यान देती हूँ।
मैं उन लोगों के लिए प्रार्थना करती हूँ जिन्होनें मेरे घर तक बिजली पहुंचाई,
जिन्होंने तारें बिछाने के लिए गड्ढे खोदे,
जिन्होंने मेरा घर बनाया और उसमें तारें लगाईं,
जिन्होंने मेरी चाय की केतली बनाई और जो उसमें भरने के लिए पानी मुझ तक लाए।

मैं एक घूंट लेती हूँ और भारत या चीन के उन लोगों को दुआ देती हूँ जिन्होंने उस चाय को उगाया,
तैयार किया, तोड़ा और उन पत्तियों को सुखाया, उन्हें बाजार लेकर गए,
मेरे घर तक पहुंचाने के लिए जाने कितने लेन-देन द्वारा उसे संभाला।
मैं एक घूंट पीती हूँ और फ्लोरिडा, कैलिफोर्निया या मध्य अमेरिका के उन लोगों को दुआ देती हूँ
जिन्होंने वो पेड़ उगाया जिसपर ये फूल खिले।

मैं उस सूरज की गर्मी और बारिश को धन्यवाद देती हूँ जिन्होंने उन फूलों को नीम्बुओं में बदल दिया,
और मैं उन हाथों को दुआ देती हूँ जिन्होंने उस फ़ल को तोड़ा, छांटा, छुआ, जब वो बाग से मेरी मेज़ तक का सफर तै
कर रहा था।
मैं एक और घूंट लेती हूँ और उन हाथों को दुआ देती हूँ जिन्होंने मुझे वो चीनी उपलब्ध कराई
जो मेरी चाय को मीठा बना रही है, जिन हाथों ने गन्ना काटा, उसकी चीनी बनाई,
उसे बैग में डाला और उसे मुझ तक पहुंचाया।

मैं एक घूंट और पीती हूँ और अपने कप को आभार से उठाती हूँ क्योंकि अब मैं अपने शरीर का उन सबसे सम्बन्ध
महसूस करती हूँ,
मेरे खून का उनके खून से,
मेरी हड्डियों का उनकी हड्डियों से,
और मेरा मन सृष्टि में सभी के लिए प्यार के साथ भर जाता है।
मैं धन्यवाद देती हूँ।

विचार के लिए कुछ मूल प्रश्न: आप किस चीज़ के लिए आभारित महसूस करते हैं? क्या आप अपना कोई व्यक्तिगत अनुभव बाँटना चाहेंगे जब आपने यह महसूस किया हो कि आपका जीवन किस तरह औरों के कार्यों पर आश्रित है? ऐसी कौनसी साधना है जो आपको आभारित होने में मदद करती है?

हेलेन मूर कृतज्ञता के दृष्टिकोण से मन, शरीर और आत्मा के साथ योग करना सिखाती हैं। वो लेक्सिंगटन, वर्जीनिया में
अपने दो छोटे कुत्तों के साथ एक साधारण जीवन जीती हैं, जो अपने प्यार और करुणा करने की क्षमता से हर दिन उन्हें हैरान करते रहते हैं।
 

Helen Moore teaches yoga with mind, body, and spirit, with an attitude of gratitude. She lives a simple life in Lexington, Virginia with her two small dogs, who awe her with their capacity for love and compassion every day.


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