Fueled By Love


Image of the Weekप्यार द्वारा प्रोत्साहित
- टिम्बर हॉकी द्वारा (२२ अगस्त, २०१८)

जब कोई माता-पिता किसी और के द्वारा अपने बच्चों पर हमला होते हुए देखते हैं, तो वे इस बात पर ध्यान नहीं देते कि वे आम-तौर पर कितनी शांति और स्थिरता रखते हैं, ज़्यादातर माता-पिता फ़िर भी अपने प्रियजनों की रक्षा के लिए हिंसा (या उससे किसी बदतर चीज़) का सहारा ले सकते हैं। उस परिदृश्य में, आप तर्क दे सकते हैं कि उनकी हिंसा प्यार से प्रोत्साहित है, है ना?

हम इस उदाहरण में केवल सशर्त प्यार के बारे में बात कर रहे हैं, सभी संवेदनशील प्राणियों के लिए कोई परोपकारी करुणा की बात नहीं (जिसमें इस उदाहरण में हमलावर भी शामिल है)। हम एक बहुत गहन और भावुक प्यार के बारे में बात कर रहे हैं जिसे हम खुद अपने दिल के करीब पाते हैं।

उसी तर्क का उपयोग करके, अब यह समझना आसान हो जाता है कि कुछ लोग इतने घृणास्पद, नस्लवादी, समलैंगिकता से घृणा रखने वाले, या पक्षपात करने वाले क्यों होते हैं: वे केवल उसी की रक्षा कर रहे हैं जो उन्हें व्यक्तिगत रूप से प्रिय लगता है। जैसे ही उन्हें लगता है कि उनके मूल्यों, परंपराओं, या आदर्शों पर हमला किया जा रहा है, उनका पहला आवेग होता है अपना बचाव, दूसरे से रक्षा, और उन लोगों के खिलाफ लड़ना जो उन्हें धमकाते हैं।

उदाहरण के लिए, क्या यह संभव है कि जिसे हम अक्सर "नफरत के अपराध" के रूप में देखते हैं, वास्तव में प्यार से प्रेरित होता है? एक प्यार जो गलत जगह पर इस्तेमाल हो रहा है या अँधा है, लेकिन क्या वो फिर भी प्यार है?

मुझे गलत मत समझो; मैं हिंसा, अपराध या युद्ध को किसी भी तरह से न्यायसंगत नहीं ठहरा रहा हूं, मैं केवल इस सिद्धांत को लागू करने की कोशिश कर रहा हूं कि "चोट खाये हुए लोग और लोगों को चोट पहुंचाते हैं" ताकि मैं दुनिया में चल रही सारी लड़ाई को बेहतर ढंग से समझ सकूं। ऐसा लगता है कि हर व्यक्ति किसी चीज़ का बचाव करने की कोशिश कर रहा है, जिससे बहुत कुछ साफ़ समझ आ जाता है। अगर हम उपरोक्त उदाहरण में माता-पिता की हिंसा को अपने प्यार को बचाने के प्रयास के अलावा कुछ भी नहीं मानते, तो यह समझना आसान हो जाता है कि कैसे एक व्यक्ति का आतंकवादी दूसरे व्यक्ति का स्वतंत्रता सेनानी हो जाता है। यहां तक ​​कि लालच भी एक व्यक्ति का हमेशा “और अधिक” मांगने के अलावा कुछ नहीं है, और असहिष्णुता बदलाव के प्रति केवल एक उत्तेजित प्रतिरोध है।

हकीकत यह है कि अन्य लोग क्या करते हैं या वे दुनिया को कैसे देखते हैं, हम उसे नियंत्रित नहीं कर सकते, लेकिन शायद हम इसे प्यार (नफरत को भी) के लेंस से देखना शुरू कर सकते हैं। क्या हम यह स्वीकार कर सकते हैं कि जब कोई अपनी गहराईयों से दुःख पा रहा है, तो उसका दर्द उफनना शुरु हो जाता है, जब तक कि वो अपने आस-पास के लोगों को भी दुःख देना शुरू नहीं कर देता। टिक नाट हान के मुताबिक, यह उनकी मदद के लिए पुकार है, और उन्हें जो चाहिए वो है हमारी उदारता, न कि हमारी धारणाएं। क्योंकि जब हम नफरत करने वाले से नफरत करते हैं, तो हम खुद भी नफरत करने वाले बन जाते हैं।

तो यह मेरा सोचने का तरीका और आमंत्रण है [...]: चलो हम अपने प्यार और संवेदना में हर किसी को शामिल करने का विस्तार करें। जब हम किसी को किसी चीज के बारे में चीखते, चिल्लाते और विरोध करते देखें, तो क्या हम उनके क्रोध और नफरत से परे देख सकते हैं और वो देख सकते है जिसे वो असल में प्यार करते हैं और जिसे वो बचाने की कोशिश कर रहे हैं? क्या यह सूक्ष्म बदलाव वास्तव में हमें अपने प्यार में सब को सम्मिलित करने के लिए हमारे दिल को खोलने में मदद करेगा, न कि केवल उन लोगों को जिन्हें हम व्यक्तिगत रूप से प्रिय मानते हैं?

किसी की नफरत भी उचित नहीं है, लेकिन शायद इसे समझा जा सकता है।

प्रतिबिंब के लिए बीज प्रश्न: किसी के क्रोध और घृणा से परे देखने और उन्हें असल में किस चीज़ से प्यार है और वो किस चीज़ की रक्षा करने की कोशिश कर रहे है, इसे समझने का आप कैसे प्रयास करते हैं? क्या आप कोई व्यक्तिगत अनुभव बाँट सकते हैं जहाँ आप ऐसा कर पाए हों, और आप उस मुश्किल स्थिति को प्रेम के माध्यम से देख पाए हों ? आपको नफरत करने वाले से नफरत करने से बचने की कोशिश करने में किस चीज़ से मदद मिलती है?

टिंबर हॉकी “बुद्धिस्ट बूट कैंप” के लेखक हैं। अपने व्यापक अनुभवों से सीखते हुए, वो दुनिया में और हमारे आस-पास शांति बनाए रखने के दृष्टिकोण प्रदान करते हैं।
 

Timber Hawkeye is the author of Buddhist Boot Camp.  Drawing from his wide-ranging experiences, he offers approaches to peace, within and around us in the world.


Add Your Reflection

10 Past Reflections