The Work Of Love Is To Love


Image of the Weekप्रेम का कार्य है प्रेम करना
मार्क नेपो

धरती पर मेरा गुजरा समय, मुझे उन दो शक्तिशाली साधनों में विश्वास करने के लिए प्रेरित करता है जो अनुभव को प्यार में बदलते हैं: संभालना और सुनना। जब भी मैंने संभाला है या संभाला गया हूँ, हर बार जब मैंने सुना है या सुना गया हूँ, तब-तब अनुभव अनन्त आग में लकड़ी की तरह जलने लगता है और मैं खुद को प्यार की उपस्थिति में पाता हूं। यह चिरकाल से ही ऐसा रहा है।

आइए इन दो पुरानी मान्यताओं पर विचार करें जो संभालने और सुनने के ज्ञान और चुनौती को अपने साथ समेटे हैं।

पहली एक सदियों पुरानी धारणा है कि जब आप अपने कान के पास एक शंख रखते हैं, तो आप समुन्दर की आवाज़ को सुन सकते हैं। यह हमेशा काम करता प्रतीत होता है। चिकित्सा जांच से पता चला है कि जब आप शंख को अपने कान के पास रखते हैं, तो आप वास्तव में अपने स्वयं के स्पन्दन सुनते हैं, आपके खून का महासागर आपको सुनाई देता है। फिर भी यह तथ्य इस रहस्य को कम नहीं करता है, यह केवल इसे बढ़ाता है। हमारे कान के पास एक शंख रखना हमें सिखाता है कि सम्पूर्ण को, उसके एक हिस्से से कैसे सुनना है, और हमारे भीतर ब्रह्मांड को कैसे ढूंढना है। यह हमें सिखाता है कि जब हम किसी और जीव को इस प्रकार, जैसे की हम शंख को अपने कान के पास रखते हैं, संभालने या रखने की हिम्मत करते हैं, तो हम जीवन के सभी रहस्य और अपने खून के सागर, दोनों को सुन सकते हैं।

आश्चर्यजनक रूप से, प्रत्येक जीव के भीतर ब्रह्मांड की संपूर्ण कहानी समाविष्ट है। प्रत्येक आत्मा का आकार, एक शंख की तरह, गहराई से आने वाली धाराओं से बना है। यहां तक कि शारीरिक रूप से, आंतरिक कान - जो की संतुलन का एक कोमल स्रोत है - का आकार एक शंख की तरह है। और इसलिए, जो कुछ भी संभाला गया है और सुना गया है, वह हमें दिखाएगा कि वह दुनिया में और हमारे अंदर कहाँ रहता है।

अब हम दूसरी धारणा पर आते है: एक लोकवार्ता है कि अगर घोड़े का एक पैर टूट जाये, तो उसे मार कर उसकी संगीन पीड़ा का शांतिपूर्वक अंत कर देना चाहिए। मैंने पाया है कि यह सच नहीं है। हाँ, यह सच है कि ऐसा होता है। घोड़ों को पालने वाले व्यक्ति, टूटे पैर वाले घोड़ों को इस तरह गोली मार देते हैं जैसे कि उनके लिए और कुछ विकल्प ही नहीं है। लेकिन अब मुझे पता है कि वे स्वयं के लिए ऐसा करते हैं, क्योंकि वह ऐसे घोड़े की देखभाल नहीं करना चाहते जो दौड़ नहीं सकता।

इस प्रकार भयभीत और स्वार्थी लोग, उन लोगों से सारे रिश्ते तोड़ लेते हैं जो की दुःखी या टूटे हैं, वह किसी ऐसे दोस्त के साथ बैठना नहीं चाहते जो अपना कल नहीं तलाश पा रहा है, किसी ऐसे व्यक्ति के साथ परेशान नहीं होना चाहते जो उन्हें धीमा कर दे, क्योंकि वह खुद के अंदर के दुःख या टूटेपन का सामना नहीं करना चाहते। इसमें चुनौती है करुणा की। जब हम उन लोगों को संभालने की हिम्मत करते हैं, जो सताये गए या मज़बूर हैं, उन्हें अपने नज़दीक लाने की हिम्मत करते हैं, तब संभालने और सुनने की सच्चाई हमें समझ आती हैं और साथ ही मिलता है ज्ञान - टूटी हुई हड्डियों का और किस प्रकार टूटी चीज़ें स्वस्थ होती है।

इसी प्रकार के शांत साहस की हम सभी को जरूरत है। अपनी सम्पूर्णता के साथ प्रतीक्षा करने और देखने का साहस। यह स्वीकार करने का साहस कि हम अकेले नहीं हैं। एक दूसरे को हमारे दिल के कान के पास संभालने का साहस। और टूटी चीजों की देखभाल करने का साहस।

ऐसे साहस के अभ्यास के लिए मैदान हमेशा आस पास की छोटी चीजें हैं। मदर टेरेसा इसे ऐसे कहती हैं कि महान प्रेम के साथ छोटी चीजें करने के अभ्यास के माध्यम से, किसी तरह, हम सीखते हैं कि कैसे साहसी होना चाहिए। सच में, प्रेम का कार्य पूरी तरह से छोटी चीजों की देख-रेख रहा है। इस तरह की देख-रेख से रहस्य खुलता है। जब विशालहृदयता से हम किसी छोटी सी चीज़ का भी ध्यान रखते हैं, तब हम प्यार के महासागर में प्रवेश करते हैं जो हम सभी को साथ ले जाता है।

सरलता और गंभीरता, दोनों प्रकार से, प्रेम का कार्य है प्रेम करना। क्योंकि इस कार्य में ब्रह्मांड जीवंत हो जाता है। जैसा कि मार्टिन बुबर कहते हैं, इस तरह की जीवंतता वह जगह है जो हमारे बीच खुलती है जब दो लोग सच्चाई से नमन और स्पर्श करते हैं।

मनन के लिए मूल प्रश्न: प्रेम का कार्य प्रेम करना है- आप इस विचार से कैसे सम्बद्ध होते हैं? क्या आप एक ऐसी व्यक्तिगत कहानी साझा कर सकते हैं जब आपने किसी को संभाला हो और गहराई से सुना हो और उस प्रक्रिया में अपने जीवन के रहस्य और अपने खून के महासागर को सुना? आप सताये गए या मज़बूर लोगों को अपने करीब रखने और संभालने का साहस कैसे करते हैं?

मार्क नेपो "द एक्सक्विजिट रिस्क: डेरिंग टु लिव एन ऑथेन्टिक लाइफ" से
यह हिंदी अनुवाद अमित अरोरा द्वारा Awakin (Service Space) के लिए किया गया है। ​
 

Mark Nepo from "The Exquisite Risk: Daring to Live an Authentic Life"


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