Why Are We Running Out of Time?

Author
Jacob Needleman
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Image of the Weekहमें समय क्यों नहीं मिलता?
-- लेखक : जेकब नीडलमन


हमें समय नहीं मिलने का मूल कारण केवल टेक्नोलॉजी नहीं है। उसका हमारे जीवन पर असर एक परिणाम है, कारण नहीं -- वह परिणाम है एक अनदेखी प्रक्रिया का जो हमारे भीतर अंतर-आत्मा में तेज़ी से बढ़ रही है । चाहे हम बात करें ईमेल के कारण तुरंत सुचना मिलने का निरंकुश उपद्रव; या बात करें उन कामों की जिनके लिए पहले किसी इंसान को शरीर से मौजूद होना पड़ता था, आज कम्प्यूटराइजेशन के कारण वे सारे काम केवल दिमागी कसरत बन गए हैं; या बात करें जीवन में टेक्नोलॉजी के कारण आये जीवन के बदलावों की -- इन सारे “विकास” कार्यों के साथ एक सत्य जुड़ा है : कि धीरे धीरे हमें जीवन जीने और काम करने में निरंतर कम से कम ध्यान और जागरूकता की ज़रूरत पड़ती है।

जागरूकता और चेतना का असली महत्त्व, जिसे आज का विज्ञान समझता भी नहीं है, हमारे मनुष्य होने का बेहद जरुरी और महत्वपूर्ण अंग है । और इस बात को विश्व के सभी महान धर्मो और गुरुओं ने अनेक तरीकों से समझा और समझाया है।

टेक्नोलॉजी का विकास, जिसने विश्व को अनेक भौतिक सुखों की सहूलियत दी है (और साथ ही कई कठिनाइयाँ भी), यह हमारी सभ्यता की एक नयी सनक है जिसने इच्छाओं की पूर्ति को मनुष्य की चेतना के विकास से अधिक महत्त्व दे दिया है । पुराने समय से चले आ रहे नैतिकता और व्यवहार के नियमों को आज हम छोड़ते जा रहे हैं -- बिना यह समझे कि उनके पीछे जो गहरे कारण थे, उनका हमारे मनुष्य-स्वभाव से कितना गहरा ताल्लुक था। वे सारे जीने के नियम-कायदे हमारा ध्यान शरीर, ह्रदय और मन के कार्यों से जोड़कर, हमारी चेतना के विकास और विस्तार के लिए बनाये गए थे। सचमुच पूरी तरह से वर्तमान में और सिर्फ वर्तमान में रहना ही जागरूक चेतना कहलाता है । यह शुद्ध चेतना मनुष्य होने का विशेष गुण है।

इसलिए, आज हमारे पास समय की कमी का कारण तेज़ बदलाव नहीं है । उसका आध्यात्मिक कारण यह है कि मनुष्य की चेतना कमज़ोर होती जा रही है । बाहरी दुनिया और हमारे भीतर, दोनों में, समय इसलिए गायब होता जा रहा है क्योंकि चेतना के साथ जीने की कला, हमारे ध्यान को अपने भीतर केंद्रित करने की कला, आज लुप्त होती जा रही है।



आत्म निरीक्षण​ के लिए प्रश्न :-
इस विचार के बारे में आप क्या सोचते हैं कि पूरी तरह से वर्तमान में होना ही जागरूक चेतना या ध्यान है । क्या आप ऐसा कोई किस्सा सुना सकते हैं जब जागरूक होकर ध्यान से कुछ करते हुए आपने महसूस किया की आप पूरी तरह वर्तमान में स्थित हो गए हैं । अपने आप पर ध्यान केंद्रित करने की कला आपके लिए क्या मतलब रखती है ।

यह लेख जेकब नीडलमान की रचना “टाइम एंड द सोल“ से लिया गया है।
 

by Jacob Needlman, excerpted from "Time and the Soul." 


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