Beyond The Conflict Of Inner Forces

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Image of the Weekआंतरिक बलों के संघर्ष से परे
--चेरोकी कथा (6 फरवरी, 2013)

एक बूढ़ा चेरोकी अपने पोते को इस जीवन का पाठ पढ़ा रहा है:

"मेरे अंदर एक संघर्ष चल रहा है।" उसने बच्चे से कहा। "यह एक भयानक संघर्ष है और यह दो भेड़ियों के बीच हो रहा है। एक दुष्ट है - वह क्रोध, ईर्ष्या, दुख, पछतावा, लालच, अहंकार, आत्म-दया, अपराध, आक्रोश, हीनता, झूठ, झूठी शान, श्रेष्ठता, और अहंकार है।" उसने आगे कहा, "दूसरा भला है - वह सुख, शांति, प्रेम, आशा, शांति, विनम्रता, दया, परोपकार, सहानुभूति, उदारता, सच्चाई, करुणा, और विश्वास है। वही लड़ाई तुम्हारे अंदर चल रही है -और सब लोगों के अंदर भी।"
बच्चे ने इस बारे में कुछ पल सोचा और फिर अपने दादा से पूछा: "कौन सा भेड़िया जीतेगा?"

आपने इस कहानी का अंत कुछ इस प्रकार सुना होगा: बूढ़े चेरोकी ने सीधा-सा जवाब दिया, "जिस भेड़िये को तुम खाना डालोगे।"

लेकिन चेरोकी जगत में यह कथा कुछ इस प्रकार ख़त्म होती है:
बूढ़े चेरोकी ने सीधा-सा जवाब दिया, "अगर तुम उनको ठीक प्रकार से खिलाओ, तो वो दोनों ही जीत जाते हैं।" और कहानी
आगे चलती है:

"देखो, अगर मैं सिर्फ सफ़ेद भेड़िये को ही खाना खिलाऊं, तो काला भेड़िया हर कोने में छिप कर मेरा ध्यान बटने या मेरे कमज़ोर होने का इंतजार करेगा और मौका पाते ही मेरा ध्यान खींचने के लिए मुझ पर कूद पड़ेगा। वह हमेशा नाराज़ रहेगा और हमेशा सफ़ेद भेड़िये के साथ लड़ता रहेगा। लेकिन अगर मैं उसे स्वीकार कर लूँ तो वह खुश हो जाता है, और सफ़ेद भेड़िया भी खुश है और हम सब जीत जाते हैं। क्योंकि उस काले भेड़िये में भी बहुत गुण हैं - दृढ़ता, साहस, निर्भयता, मजबूत इरादे, बड़ी रणनीतिक सोच - जिनकी मुझे कभी-कभी ज़रुरत पड़ सकती है और जिनका सफ़ेद भेड़िये में अभाव है। लेकिन
सफ़ेद भेड़िये में दया, सेवा, शक्ति, और यह पहचानने की क्षमता है कि सब के सर्वोत्तम हित में क्या है।

"तो देखो बच्चे, सफ़ेद भेड़िये को काले भेड़िये का साथ ज़रूरी है। सिर्फ एक को खिलाने से दूसरा भूखा रह जाएगा और वो दोनों बेकाबू हो जाएँगे। दोनों को खिलाने और दोनों का ख्याल रखने का मतलब है कि वो दोनों ही तुम्हारी अच्छी तरह सेवा करेंगे और ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो कि किसी बेहतर चीज़, किसी अच्छे काम या अच्छे जीवन का हिस्सा न हों। उन दोनों को खिलाओ और उन दोनों के बीच तुम्हारा ध्यान खींचने के लिए कोई आंतरिक संघर्ष नहीं रह जाएगा। और जब अंदर कोई संघर्ष नहीं है, तो तुम अपने मन की गहराई में छुपी आवाज़ों को सुन सकते हो जो कि हर परिस्थिति में सही क्या है यह चुनने में तुम्हारा मार्गदर्शन करेंगी। शांति, मेरे बच्चे, चेरोकी जीवन का लक्ष्य है। जिस आदमी या औरत के अंदर शांति है, उसके पास सब कुछ है। जो आदमी या औरत अपने अंदर हो रहे युद्ध के कारण दोनों तरफ खिंच रहा है, उसके पास कुछ भी नहीं है।

"तुम अपने अंदर के विरोधी तत्वों से कैसा व्यवहार रखोगे, उसी पर तुम्हारा जीवन निर्भर करता है। एक को भूखा रखो या दूसरे को, या दोनों का मार्गदर्शन करो। "

--चेरोकी कथा


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